आँखों की नमी
और जुबान की ख़ामोशी
हाँ तेरी मेहेरबानी है,
तेरे ना होने का गम
और ना भरते यह ज़ख्म
हाँ तेरी मेहेरबानी है,
दास्तां-ए ज़िंदगी
और हमारी अधूरी ये कहानी
हाँ तेरी मेहेरबानी है,
बिन नींद की गुजरती ये रातें
और मेरी वो अनकही बातें
हाँ तेरी मेहेरबानी है,
तुझे खोने के डर से कुछ ना कहना
और सब कुछ कह कर भी तुझे ना खोना
हाँ तेरी मेहेरबानी है,
तेरा ना होकर भी होना
एक दूसरे को खोकर भी ना खोना
हाँ तेरी मेहेरबानी है,
तेरे साथ गुजरते ये बेफ्रिक्र पल
और फिर भी ना जाने क्या होगा कल
रूलाती भी हैं
हंसाती भी है
ये तेरी मेरी बातें
हाँ ये भी तोह तेरी मेहेरबानी है!
और जुबान की ख़ामोशी
हाँ तेरी मेहेरबानी है,
तेरे ना होने का गम
और ना भरते यह ज़ख्म
हाँ तेरी मेहेरबानी है,
दास्तां-ए ज़िंदगी
और हमारी अधूरी ये कहानी
हाँ तेरी मेहेरबानी है,
बिन नींद की गुजरती ये रातें
और मेरी वो अनकही बातें
हाँ तेरी मेहेरबानी है,
तुझे खोने के डर से कुछ ना कहना
और सब कुछ कह कर भी तुझे ना खोना
हाँ तेरी मेहेरबानी है,
तेरा ना होकर भी होना
एक दूसरे को खोकर भी ना खोना
हाँ तेरी मेहेरबानी है,
तेरे साथ गुजरते ये बेफ्रिक्र पल
और फिर भी ना जाने क्या होगा कल
हाँ तेरी मेहेरबानी है,
रूलाती भी हैं
हंसाती भी है
ये तेरी मेरी बातें
हाँ ये भी तोह तेरी मेहेरबानी है!
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